उत्तराखंड को अक्सर देवभूमि (देवताओं की भूमि) कहा जाता है और यह पूरे साल ट्रेकर्स के लिए स्वर्ग है। जबकि ज़्यादातर लोग मानसून के दौरान ट्रेकिंग करने से बचते हैं, जुलाई से सितंबर के महीने इस क्षेत्र में हरी-भरी घाटियों, बहते झरनों और ताज़ी हवा के साथ एक अनोखा आकर्षण लेकर आते हैं। अगर आप एक अनोखे रोमांच की तलाश में हैं, तो यहाँ उत्तराखंड के शीर्ष 5 मानसून ट्रेक हैं जिन्हें आपकी बकेट लिस्ट में ज़रूर होना चाहिए।

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1. फूलों की घाटी ट्रेक – एक पुष्प स्वर्ग
स्थान: चमोली जिला
ट्रेक अवधि: 3-4 दिन
सबसे अच्छा समय: जुलाई से अगस्त
यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल, फूलों की घाटी मानसून के दौरान जीवंत हो उठती है, जब पूरी घाटी जीवंत जंगली फूलों से भर जाती है। ट्रेक गोविंदघाट से शुरू होता है और घाटी तक पहुँचने से पहले घांघरिया से होकर गुजरता है।
हाइलाइट्स:
- रंग-बिरंगे अल्पाइन फूल
- बर्फ से ढकी चोटियों वाला शांत वातावरण
- मार्ग में हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा की यात्रा
सुझाव: वाटरप्रूफ गियर और ट्रेकिंग शूज़ साथ रखें क्योंकि रास्ता फिसलन भरा हो सकता है।
ट्रेकिंग के बाद घूमने के लिए आस-पास के आकर्षण
फूलों की घाटी के पास:
- मकुंड साहिब: एक पवित्र सिख तीर्थ स्थल।
- बद्रीनाथ धाम: चार धाम मंदिरों में से एक।
- जोशीमठ: औली और स्कीइंग स्थलों का प्रवेश द्वार।
2. हर की दून ट्रेक – हिमालय का एक छिपा हुआ रत्न
स्थान: उत्तरकाशी जिला
ट्रेक अवधि: 5-6 दिन
सबसे अच्छा समय: जून से सितंबर
गढ़वाल हिमालय में हर की दून घाटी सबसे खूबसूरत गर्मियों और मानसून ट्रेक में से एक है। यह ट्रेल आपको विचित्र गांवों, सेब के बागों और देवदार के जंगलों से होकर ले जाती है।
हाइलाइट्स:
- सुंदर घास के मैदान और नदी पार करना
- समृद्ध वनस्पति और जीव
- महाभारत से जुड़ा पौराणिक महत्व
नोट: बारिश के दौरान ट्रेल कीचड़ से भर जाता है, इसलिए उचित ट्रेकिंग जूते ज़रूरी हैं।
ट्रेकिंग के बाद घूमने के लिए आस-पास के आकर्षण
हर की दून के पास:
- ओसला गांव: प्राचीन मंदिर और स्थानीय संस्कृति।
- सांकरी: कई ट्रेक और रात भर ठहरने के लिए शुरुआती बिंदु।
- पांडव ताल: मोरी के पास एक खूबसूरत झील।
3. केदारकांठा ट्रेक – मानसून में बर्फ से ढके नज़ारे****स्थान: उत्तरकाशी जिला
ट्रेक अवधि: 5-6 दिन
सबसे अच्छा समय: दिसंबर से अप्रैल और मानसून का मौसम
केदारकांठा सर्दियों में अपनी बर्फ़ के लिए ज़्यादा लोकप्रिय है, लेकिन यह उत्तराखंड में मानसून के लिए भी एक बेहतरीन ट्रेक है। जंगल का रास्ता हरा-भरा है और संकरी का बेस गांव हिमालय के शानदार नज़ारे पेश करता है।
हाइलाइट्स:
- शिखर से मनोरम दृश्य
- घने देवदार और ओक के जंगल
- तारों से जगमगाते आसमान के नीचे कैम्पफ़ायर
प्रो टिप: यह ट्रेक उन शुरुआती लोगों के लिए आदर्श है जो मध्यम चुनौतियों की तलाश में हैं।
ट्रेकिंग के बाद घूमने के लिए आस-पास के आकर्षण
केदारकांठा के पास:
- सांकरी गांव: मनोरम पर्वत दृश्य।
- तालुका गांव: छोटी पैदल यात्रा और प्रकृति की सैर।
- यमुनोत्री मंदिर: यमुनोत्री यात्रा का शुरुआती बिंदु।

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4. डोडीताल ट्रेक – झीलें और गांव
स्थान: उत्तरकाशी जिला
ट्रेक अवधि: 4-5 दिन
सबसे अच्छा समय: मार्च से नवंबर
डोडीताल ट्रेक रोडोडेंड्रोन और ओक के जंगलों से घिरी एक खूबसूरत ग्लेशियल झील की ओर जाता है। यह उन लोगों के लिए एक मध्यम स्तर का ट्रेक है जो मानसून के दौरान छिपे हुए हिमालयी बस्तियों की खोज करना चाहते हैं।
हाइलाइट्स:
- क्रिस्टल साफ़ डोडीताल झील
- स्थानीय ग्रामीणों के साथ सांस्कृतिक अनुभव
- पक्षी देखने के अवसर
मिस न करें: रास्ते में अनलेश्वर महादेव मंदिर से सूर्योदय का नज़ारा।
ट्रेकिंग के बाद घूमने के लिए आस-पास के आकर्षण
डोडीताल के पास:
- भराड़ी देवी मंदिर: स्थानीय लोककथा और आध्यात्मिक उत्साह।
- रसुवा किला : शानदार नज़ारों वाला ऐतिहासिक खंडहर।
- नाग टिब्बा : एक और नज़दीकी ट्रेक।
5. दयारा बुग्याल ट्रेक – घास के मैदान और सेब के बगीचे
स्थान: उत्तरकाशी जिला
ट्रेक अवधि: 4-5 दिन
सबसे अच्छा समय: मार्च से जून और सितंबर से अक्टूबर
दयारा बुग्याल सर्दियों में अपनी बर्फ के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन मानसून में इसकी हरियाली और निखर कर सामने आती है। विशाल घास के मैदान जंगली फूलों के खिलने से एक हरे स्वर्ग में बदल जाते हैं।
हाइलाइट्स:
- बुग्याल (घास के मैदान)
- बंदरपूँछ का नज़ारा
- दिल्ली/एनसीआर से आसान पहुँच
परिवारों और पहली बार आने वालों के लिए आदर्श।
ट्रेकिंग के बाद घूमने के लिए आस-पास के आकर्षण
दयारा बुग्याल के पास:
- औली : केबल कार के साथ सर्दियों में स्कीइंग करने का स्थान।
- चोपता : भारत का छोटा स्विटजरलैंड।
- तुंगनाथ मंदिर : दुनिया का सबसे ऊँचा शिव मंदिर।
उत्तराखंड में 5 मानसून ट्रेक :
क्या मानसून के दौरान उत्तराखंड में ट्रेक करना सुरक्षित है?
हाँ, अगर आप अनुभवी गाइड के साथ जाते हैं और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हैं। अच्छी तरह से स्थापित मानसून के अनुकूल ट्रेक चुनें और बारिश के कपड़े साथ रखें।
मानसून ट्रेकिंग के लिए मुझे किस तरह के कपड़े साथ रखने चाहिए?
वाटरप्रूफ जैकेट, जल्दी सूखने वाले कपड़े, गर्म कपड़े और अच्छी गुणवत्ता वाले ग्रिप वाले ट्रेकिंग जूते ज़रूरी हैं।
क्या मानसून ट्रेकिंग के दौरान जोंक आम हैं?
हाँ, खासकर हर की दून और डोडीताल जैसे जंगली इलाकों में। सुरक्षित रहने के लिए जोंक से बचने वाले मोज़े या रिपेलेंट साथ रखें।
क्या शुरुआती लोग उत्तराखंड में मानसून ट्रेक का प्रयास कर सकते हैं?
हाँ, लेकिन केदारकांठा या दयारा बुग्याल जैसे मध्यम स्तर के ट्रेक चुनें। अधिक ऊँचाई वाले या जोखिम भरे रास्तों से बचें।
दिल्ली से इन ट्रेक स्थानों तक कैसे पहुँचें?
इनमें से ज़्यादातर ट्रेक देहरादून या ऋषिकेश से शुरू होते हैं। आप दिल्ली से बस, शेयर्ड कैब या निजी टैक्सी ले सकते हैं (लगभग 6-8 घंटे की ड्राइव)।