दिल्ली-एनसीआर: रेड अलर्ट बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
आईएमडी ने राजधानी क्षेत्र के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। पूरे सप्ताह बारिश जारी रहने और तापमान 24°C से 33°C के बीच रहने की संभावना है।
उत्तर-पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी दिल्ली और आसपास के इलाकों नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, अलीगढ़, पलवल और बुलंदशहर के लिए रेड अलर्ट जारी है। यहाँ मध्यम से भारी बारिश, गरज के साथ छींटे, बिजली गिरने और 40 किमी/घंटा तक की तेज़ हवाएँ चलने की संभावना है।
कनॉट प्लेस, मिंटो ब्रिज, विजय चौक, सरोजिनी नगर जैसे प्रमुख चौराहों और एम्स के आसपास के इलाकों में पानी भर गया है, सड़कें पानी से भर गई हैं और यात्री ट्रैफिक जाम में फंस गए हैं। मेट्रो अधिकारी और ट्रैफिक पुलिस लोगों को सलाह दे रहे हैं कि जब तक ज़रूरी न हो, यात्रा करने से बचें। बाढ़ के बावजूद, दिल्ली हवाई अड्डे पर उड़ानें चालू हैं, हालांकि पहुंच मार्ग भीड़भाड़ वाले हैं और जलभराव है।
बाढ़ प्रभावित उत्तर प्रदेश और बिहार: मानसून की पकड़ मज़बूत
उत्तर प्रदेश और बिहार में मानसून के नरम पड़ने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं। उत्तरी जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। कोशी नदी उफान पर है और गाँव जलमग्न हैं। प्रभावित इलाकों में निकासी और राहत अभियान

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बिहार में, पश्चिमी चंपारण, किशनगंज और गोपालगंज जिले हाई अलर्ट पर हैं। मौसम विभाग ने अगले 7 दिनों तक मध्यम से भारी बारिश, गरज के साथ छींटे, बिजली गिरने और 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान लगाया है। हाल ही में दानापुर में 87.6 मिमी बारिश हुई है और इसका असर पटना, मुजफ्फरपुर, गया और अन्य जगहों पर भी महसूस किया जा रहा है। द टाइम्स ऑफ इंडिया।
भविष्य का पूर्वानुमान: मौसम विभाग ने 5 से 7 अगस्त तक हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों में भारी से बेहद भारी बारिश लाने के लिए मानसून के बढ़ने की चेतावनी दी है। इस दौरान बिहार में भारी बारिश होगी और नदियों का जलस्तर बढ़ेगा जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ जाएगा।
दिल्ली-एनसीआर में, पूरे क्षेत्र में बारिश जारी रहेगी, इसलिए निवासियों को अचानक बाढ़, ट्रैफ़िक जाम और बिजली कटौती के लिए तैयार रहना चाहिए। स्थानीय सलाह का पालन करें और निचले इलाकों में जहाँ अभी भी पानी भरा है, वहाँ सतर्क रहें।
क्या करें:
- दिल्ली-एनसीआर में: अनावश्यक यात्रा से बचें, खासकर व्यस्त समय के दौरान। मेट्रो और सड़कों की स्थिति की जाँच करें।
- बाढ़ प्रभावित उत्तर प्रदेश और बिहार में: निचले इलाकों से निकलने के लिए तैयार रहें, नदियों के जल स्तर पर नज़र रखें और स्थानीय अलर्ट का पालन करें।
- पानी, जल्दी खराब न होने वाला भोजन, दवा जैसी आपातकालीन आपूर्ति का स्टॉक रखें और ज़रूरत पड़ने पर स्थानीय अधिकारियों से संपर्क करें।
दक्षिण-पश्चिम मानसून ने एक संक्षिप्त शांति के बाद फिर से गति पकड़ ली है और कई राज्यों में अलर्ट जारी कर दिए गए हैं। दिल्ली में, जल निकासी और जल निकासी क्षमता की पुरानी समस्याएँ एक बार फिर उजागर हो गई हैं, क्योंकि लंबे समय से लंबित शहरी नियोजन विफलताओं पर जनता का आक्रोश बढ़ रहा है।
इस बीच, उत्तर प्रदेश और बिहार में आई बाढ़—जो मानसून से हुई क्षति का एक हिस्सा है—नदी प्रबंधन और ग्रामीण लचीलापन रणनीतियों को मजबूत करने की आवश्यकता पर ज़ोर देती है।
सार तालिका
Region | Current Situation | Forecast & Hazards |
---|---|---|
Delhi‑NCR | व्यापक जलभराव और रेड अलर्ट | लगातार भारी बारिश, यातायात अव्यवस्था, अचानक बाढ़ |
UP & Bihar (northern) | नदियाँ उफान पर, बड़े पैमाने पर बाढ़ | भारी से अत्यंत भारी वर्षा, निकासी का जोखिम |