हिमाचल प्रदेश मौसम जलमग्न
मौसम: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश जारी है, जिसके कारण आज मरने वालों की संख्या 80 हो गई है। पिछले कुछ दिनों में मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन, बाढ़ और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है। लगातार बारिश के कारण कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं, गांवों का संपर्क टूट गया है और बचाव अभियान में बाधा आ रही है।
कुल्लू, मंडी और शिमला जिलों में स्थानीय लोगों ने बताया है कि घर ढह गए हैं और सड़कें बह गई हैं। एनडीआरएफ की टीमें मौके पर हैं, लेकिन स्थिति गंभीर है। स्कूल बंद हैं और पर्यटकों को सलाह दी गई है कि वे पहाड़ों की यात्रा न करें।
पश्चिम बंगाल में जलभराव
जबकि हिमाचल प्रदेश भूस्खलन से जूझ रहा है, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्से, खास तौर पर कोलकाता और आसपास के जिले जलभराव से जूझ रहे हैं। रात भर हुई बारिश ने निचले इलाकों को जलमग्न कर दिया है और सुबह के समय आने-जाने वाले लोग और स्थानीय व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें आवासीय कॉलोनियों में घुटनों तक पानी भरा हुआ है और मुख्य सड़कें नहरों में तब्दील हो गई हैं। केएमसी ने अतिरिक्त पंप और आपातकालीन कर्मियों को तैनात किया है, लेकिन जल निकासी व्यवस्था पर अत्यधिक बोझ के कारण पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है।

आईएमडी ने कई राज्यों के लिए अलर्ट जारी किया
आईएमडी ने उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, असम और सिक्किम सहित कई राज्यों के लिए ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें अगले 48 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
ये अलर्ट अचानक बाढ़, भूस्खलन और नदी के जलस्तर में वृद्धि की चेतावनी के साथ आते हैं। संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले निवासियों को सलाह दी जाती है कि जब तक बहुत ज़रूरी न हो, वे घर के अंदर ही रहें।
परिवहन और दैनिक जीवन बाधित
मानसून सिर्फ़ ग्रामीण और पहाड़ी इलाकों तक सीमित नहीं है। प्रमुख रेल सेवाएं देरी से चल रही हैं, प्रमुख हवाई अड्डों से उड़ानें रद्द हो रही हैं और मेट्रो शहरों में दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है।
राज्यों ने नागरिकों से सतर्क रहने और सुरक्षा निर्देशों का पालन करने को कहा है, क्योंकि बारिश जारी है। इस बीच, विस्थापितों के रहने के लिए बारिश प्रभावित इलाकों में कई राहत शिविर बनाए गए हैं।### सरकार और बचाव अभियान तेज़
केंद्र और राज्य सरकारें राहत प्रयासों का समन्वय कर रही हैं। गृह मंत्रालय ने आपातकालीन बैठकें की हैं और पुनर्निर्माण के लिए धन आवंटित किया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश और असम में सैन्य और अर्धसैनिक बल स्टैंडबाय पर हैं।
लेकिन प्रकृति बहुत ज़्यादा मज़बूत साबित हो रही है।
क्या उम्मीद करें: मानसून जारी रहेगा
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, उत्तर और पूर्वी भारत में मानसून कम से कम अगले 3-5 दिनों तक जारी रहेगा। हिमालयी क्षेत्र और पूर्वोत्तर के मैदानी इलाकों में और बारिश होने की उम्मीद है।
किसान बारिश का स्वागत कर रहे हैं, लेकिन खेतों में जलभराव के कारण फसल के नुकसान को लेकर चिंतित हैं।
भारत इस मानसून से बुरी तरह प्रभावित हो रहा है और मानवीय और बुनियादी ढांचे की लागत बढ़ती जा रही है। हिमाचल प्रदेश में 80 लोगों की मौत और पश्चिम बंगाल जैसे पूर्वी राज्यों में शहरी बाढ़, हमें प्रकृति और तैयारियों को गंभीरता से लेने की जरूरत है। मौसम संबंधी अपडेट और सरकारी कार्रवाई अब पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है।