केरल में बारिश दक्षिण-पश्चिम मानसून की वजह से भारी बारिश और तेज़ हवाओं ने केरल को वाकई असंतुलित कर दिया है। 27 मई, 2025 तक, भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कई जिलों- तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथानामथिट्टा, अलपुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम, इडुक्की और त्रिशूर के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें 1 जून तक लगातार बारिश की चेतावनी दी गई है।
इस चेतावनी की परीक्षा ली जा रही है। कोच्चि, तिरुवनंतपुरम और बीच में लगभग हर जगह सड़कें जलमग्न हैं। अचानक आई बाढ़ और गिरे हुए पेड़ों की वजह से यातायात बाधित हो रहा है और कुछ इलाके अलग-थलग पड़ गए हैं। कई जिलों में स्कूल फिलहाल बंद हैं और अधिकारी लोगों को सलाह दे रहे हैं कि जब तक बहुत ज़रूरी न हो, वे घर के अंदर ही रहें।
एर्नाकुलम और अलप्पुझा में बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से ठप्प कर दिया है। निचले इलाकों में पानी भर गया है और स्थानीय निकाय पानी निकालने और जल निकासी व्यवस्था को साफ करने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं।
बारिश के कारण परिवहन व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है। एर्नाकुलम-कोट्टायम और पलक्कड़-शोरानूर जैसे प्रमुख मार्गों पर रेल सेवाएं पटरियों पर जलभराव और दृश्यता में कमी के कारण विलंबित या स्थगित हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में केरल राज्य सड़क परिवहन निगम की बसें देरी से चल रही हैं या रद्द कर दी गई हैं। कोच्चि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हवाई यात्रा भी प्रभावित हुई है, खराब मौसम के कारण कुछ उड़ानें विलंबित हो गई हैं।
आईएमडी ने भारी बारिश के लिए मानसून के समय से पहले आने और अरब सागर के ऊपर कम दबाव वाले क्षेत्र के बनने को जिम्मेदार ठहराया है। उच्च ज्वार और खराब परिस्थितियों के कारण मछुआरों को बाहर न निकलने की चेतावनी दी गई है। और इतना ही नहीं – आईएमडी को रेड अलर्ट वाले आठ जिलों में 24 घंटे की अवधि में 204.4 मिमी से अधिक की अत्यधिक भारी बारिश की उम्मीद है।

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केरल में बारिश से सरकार हाई अलर्ट पर
केएसडीएमए ने आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली लागू कर दी है और स्थानीय निकायों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा है। संवेदनशील क्षेत्रों में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं और बाढ़ संभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने लोगों से सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करने और आधिकारिक चैनलों के माध्यम से अपडेट प्राप्त करने को कहा है। उन्होंने कहा, “राज्य मशीनरी स्थिति को संभालने के लिए पूरी तरह तैयार है। कृपया सहयोग करें और अनावश्यक यात्रा न करें।”
आगे का पूर्वानुमान
आईएमडी के नवीनतम बुलेटिन के अनुसार, 1 जून तक राज्य में गरज और तेज हवाओं के साथ व्यापक बारिश जारी रहेगी। आईएमडी ने इडुक्की और वायनाड जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की भी चेतावनी दी है और उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों को खाली करने को कहा है।
आईएमडी और केएसडीएमए की ओर से सुरक्षा सुझाव:
- जलभराव वाली सड़कों से यात्रा न करें।
- बिजली चमकने के दौरान बिजली के खंभों और खुले मैदानों से दूर रहें।
- नदियों या समुद्र में न जाएं।
- मशालें, दवाइयां और सूखा खाना तैयार रखें।
केरल में मानसून कोई नई बात नहीं है। लेकिन इस शुरुआती उछाल ने हम सभी को चौंका दिया है। और अधिक बारिश का अनुमान है और राज्य एक और कठिन सप्ताह के लिए तैयार है। अधिकारियों और नागरिकों से सतर्क रहने और आपात स्थिति में तेजी से काम करने के लिए कहा जा रहा है।
केरल के बारे में:
केरल में अभी इतनी बारिश क्यों हो रही है?
इसका कारण दक्षिण-पश्चिम मानसून का जल्दी आना और अरब सागर पर कम दबाव का क्षेत्र है। ये मौसमी प्रणालियाँ पूरे राज्य में बारिश और तेज़ हवाएँ ला रही हैं।
IMD द्वारा रेड अलर्ट क्या है?
रेड अलर्ट का मतलब है अत्यधिक भारी बारिश (24 घंटे में 204.4 मिमी से अधिक) और इसके लिए अधिकारियों से आपातकालीन कार्रवाई की आवश्यकता होती है। रेड अलर्ट वाले क्षेत्रों में लोगों को घर के अंदर रहना चाहिए और जब तक आवश्यक न हो यात्रा नहीं करनी चाहिए।
कौन से जिले रेड अलर्ट के अंतर्गत हैं?
अभी तक, आईएमडी ने निम्नलिखित जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है:
तिरुवनंतपुरम
कोल्लम
पथनमथिट्टा
अलाप्पुझा
कोट्टायम
एर्नाकुलम
इडुक्की
त्रिशूर
बारिश कब तक जारी रहेगी?
IMD के अनुसार, 1 जून तक बारिश जारी रहेगी। हम प्रतिदिन अपडेट करेंगे।
क्या रेलगाड़ियाँ और सार्वजनिक परिवहन सेवाएँ प्रभावित हुई हैं?
हाँ, कई रेलगाड़ियाँ देरी से चल रही हैं या रद्द हो रही हैं, खासकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में। KSRTC की बसों को भी रूट में व्यवधान का सामना करना पड़ रहा है। यात्रा करने से पहले जाँच लें।
क्या बाहर जाना सुरक्षित है?
नहीं। जब तक बिल्कुल ज़रूरी न हो, घर के अंदर ही रहें, खास तौर पर बाढ़, बिजली गिरने या तेज़ हवाओं वाले इलाकों में।
क्या स्कूल और कॉलेज बंद हैं?
कई जिलों ने भारी बारिश और जलभराव के कारण शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी है। अपडेट के लिए स्थानीय अधिकारियों या स्कूल प्रबंधन से संपर्क करें।
इस दौरान क्या करें?
जलभराव वाले इलाकों से बचें
बिजली के खंभों और ट्रांसफॉर्मर से दूर रहें
आपातकालीन आपूर्ति तैयार रखें (टॉर्च, सूखा भोजन, पावर बैंक, पीने का पानी)
IMD और KSDMA अपडेट का पालन करें
बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए सहायता?
हाँ। केएसडीएमए और एनडीआरएफ की टीमें तैनात हैं। प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर चल रहे हैं। आपात स्थिति के लिए आपदा हेल्पलाइन: 1077 पर कॉल करें।
क्या तटीय और मछली पकड़ने की गतिविधियाँ प्रतिबंधित हैं?
हाँ। समुद्र में उथल-पुथल है, अगली सूचना तक समुद्र में न जाएँ।