लखनऊ मौसम अपडेट: ठंडी हवा और हल्की बारिश किसानों के लिए लेकर आई मिश्रित खुशियां

लखनऊ मौसम अपडेट कई दिनों की भीषण गर्मी के बाद आखिरकार लखनऊवासियों को राहत मिली, क्योंकि मंगलवार देर शाम हल्की बारिश और तेज हवाएं चलीं। मौसम में अचानक आए बदलाव ने तापमान को नीचे गिरा दिया और उमस भरी हवा की जगह ठंडी हवा ने ले ली। आलमबाग, गोमतीनगर और इंदिरानगर के निवासी अपने घरों से बाहर निकले और मुस्कराते हुए बारिश का स्वागत किया। थोड़ी सी बारिश धूल को धोने और सड़कों के किनारे लगे पेड़ों को तरोताजा करने के लिए पर्याप्त थी।

लखनऊ मौसम अपडेट धान के किसान खुश

कई किसानों के लिए, खास तौर पर धान उगाने वाले किसानों के लिए, बारिश का यह छोटा दौर वरदान साबित हुआ। मोहनलालगंज और मलीहाबाद जैसे आस-पास के ग्रामीण इलाकों में, जहां धान की फसल अभी-अभी बोई गई थी, बारिश ने ऊपरी मिट्टी को जमने में मदद की और सुनिश्चित किया कि पौधे उगेंगे।

लखनऊ के बाहरी इलाके के एक किसान ने कहा, “इस बारिश ने हमें अतिरिक्त सिंचाई के खर्च से बचाया। हमने कुछ दिन पहले ही धान की फसल बोई थी। प्रकृति ने सही समय पर मदद की।”

विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की प्री-मानसून बारिश मिट्टी की नमी को संतुलित करने और नई खेती वाले खेतों में ऊपरी मिट्टी को फटने से बचाने के लिए जरूरी है।

लखनऊ मौसम अपडेट

UP Weather : यूपी में तेज हवाओं और हल्की बारिश ने दी राहत, धान को फायदा पर हरी सब्जियों को नुकसान

लखनऊ मौसम अपडेट कई इलाकों में सब्ज़ियों की फ़सलें बर्बाद

लेकिन सभी किसान भाग्यशाली नहीं रहे। शहर को ठंडा करने वाली और धान की फ़सल को बढ़ावा देने वाली हवाओं ने बक्शी का तालाब और इटौंजा में सब्ज़ियों की फ़सलों को नुकसान पहुँचाया। पालक, धनिया, लौकी और भिंडी जैसी फ़सलें प्रभावित हुईं।

हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ संरचना में नाज़ुक होने के कारण हवा और बारिश के प्रभाव को झेल नहीं पाईं। तेज़ हवाओं ने तने तोड़ दिए और पत्तियों को कुचल दिया, जिससे सब्ज़ियों की गुणवत्ता और शेल्फ़ लाइफ़ कम हो गई।

स्थानीय मंडियों के विक्रेताओं ने पहले ही अगले कुछ दिनों में इन वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी के संकेत दिए हैं।

प्रकृति के दोहरेपन की याद दिलाता यह मौसम एक बार फिर हमें प्री-मानसून सिस्टम की अप्रत्याशितता की याद दिलाता है। हालांकि इसने कई लोगों को राहत और खुशी दी, लेकिन इसने किसानों को बेमौसम बदलावों के लिए तैयार रहने की चेतावनी भी दी। विशेषज्ञों का सुझाव है कि आने वाले हफ्तों में आईएमडी की सलाह पर नज़र रखें क्योंकि और अधिक बारिश की उम्मीद है।

लखनऊ मौसम अपडेट के बारे में:

4 जून को लखनऊ में कितनी बारिश हुई?

शाम को तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश।

किन फसलों को फायदा हुआ?

धान के खेतों को फायदा हुआ क्योंकि बारिश ने शुरुआती विकास के लिए नमी प्रदान की।

क्या कोई फसल क्षतिग्रस्त हुई?

हाँ, पालक, धनिया और लौकी जैसी सब्जियों की फसलें।

क्या लखनऊ में सब्जियों की कीमतें बढ़ेंगी?

स्थानीय बाजारों में हरी सब्जियों की कीमतों में अल्पकालिक वृद्धि की उम्मीद है।

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