उत्तर भारत में मानसून तेज: उत्तराखंड, हिमाचल के लिए रेड, ऑरेंज अलर्ट; दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश, यात्रियों को जलभराव का सामना करना पड़ा।
मानसून ने जोर पकड़ा: उत्तर भारत भीगा
आखिरकार बहुप्रतीक्षित मानसून ने उत्तर भारत में गति पकड़ ली है और यह गर्मी से राहत के साथ-साथ भारी बारिश के रूप में चुनौतियां भी लेकर आ रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, इसलिए सावधान रहें।
इस बीच दिल्ली-एनसीआर में आज पहली बार मानसून का जोरदार दौर देखने को मिला और जलभराव, ट्रैफिक जाम और तापमान में गिरावट देखी गई।

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उत्तराखंड, हिमाचल में रेड और ऑरेंज अलर्ट: इसका क्या मतलब है
IMD अधिकारियों के अनुसार, रेड अलर्ट का मतलब है अत्यधिक भारी बारिश जो दैनिक जीवन को बाधित कर सकती है और बाढ़ या भूस्खलन का कारण बन सकती है, खासकर पहाड़ी इलाकों में। भारी से बहुत भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है, इसलिए तैयार रहें।
उत्तराखंड में पिथौरागढ़, चमोली और रुद्रप्रयाग ऑरेंज अलर्ट के तहत हैं, जबकि हिमाचल प्रदेश में कुल्लू और लाहौल-स्पीति रेड अलर्ट के तहत हैं।
अनावश्यक यात्रा से बचें, खासकर भूस्खलन वाले इलाकों और नदी किनारे के इलाकों में। अगर आप इन इलाकों में ट्रेक या रोड ट्रिप की योजना बना रहे हैं, तो अपनी यात्रा स्थगित कर दें।
दिल्ली-एनसीआर भीगा: मानसून की पहली बड़ी बारिश के कारण यात्रियों को परेशानी
दिल्ली-एनसीआर में मानसून आ गया है और लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएँ हैं। जहाँ निवासियों को गर्मी से राहत मिली है, वहीं नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद और फरीदाबाद में यात्रियों को जलभराव वाली सड़कों और ट्रैफ़िक जाम से जूझना पड़ रहा है।
आउटर रिंग रोड, आईटीओ क्रॉसिंग और कॉनॉट प्लेस सहित कई इलाकों में वाहनों की आवाजाही धीमी है, क्योंकि उन्हें बारिश के पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है।
जाम हुए नालों को साफ करने और सुचारू यातायात सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त टीमें तैनात की गई हैं।
मानसून का पूर्वानुमान: आगे और बारिश होगी
IMD ने पूर्वानुमान लगाया है कि अगले कुछ दिनों तक उत्तरी राज्यों में मानसून सक्रिय रहेगा। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश होगी, साथ ही संवेदनशील इलाकों में अचानक बाढ़ और भूस्खलन की संभावना है। दिल्ली-एनसीआर में रुक-रुक कर बारिश होगी, गर्मी से राहत मिलेगी लेकिन निचले इलाकों में जलभराव होगा।
आधिकारिक सलाह से अपडेट रहें, जलभराव वाले इलाकों से बचें और सावधानी से गाड़ी चलाएं।
निवासियों और पर्यटकों के लिए सावधानियां
- अलर्ट ज़ोन के तहत पहाड़ी इलाकों की यात्रा करने से बचें
- नदी के किनारों और भूस्खलन की आशंका वाले ढलानों से दूर रहें
- आपातकालीन नंबर अपने पास रखें
- स्थानीय प्रशासन के अपडेट और मौसम अलर्ट का पालन करें
- दिल्ली-एनसीआर में आने-जाने वालों के लिए, गैर-पीक घंटों के दौरान यात्रा की योजना बनाएं और फिसलन वाली सड़कों पर सावधान रहें
मानसून के आगे बढ़ने के साथ ही बारिश भी होती है, लेकिन बाढ़, भूस्खलन और शहरी इलाकों में जलभराव भी होता है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में रेड और ऑरेंज अलर्ट और दिल्ली-एनसीआर में पहली बार भारी बारिश के चलते अधिकारी और नागरिक हाई अलर्ट पर हैं।