भारत मौसम आज लाइव: हिमाचल प्रदेश में बारिश से तबाही, 37 की मौत, येलो अलर्ट जारी

शिमला: हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में मानसून ने फिर से कहर बरपाया है। पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश ने भूस्खलन, बाढ़ और राज्य में व्यापक तबाही मचाई है। आधिकारिक रिपोर्टों के अनुसार 37 लोगों की मौत हो गई है और कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।

हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ से जनजीवन ठप्प हो गया है

भारी बारिश के कारण कई जिलों में भूस्खलन हुआ है, सड़कें धंस गई हैं और घर मिट्टी और मलबे के भार से ढह गए हैं। मनाली, शिमला, कुल्लू और मंडी जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए हैं। बचाव दल फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए खराब मौसम से जूझ रहे हैं।

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि तेज़ बहती धाराएँ वाहनों को बहा ले गईं और नदियों का जलस्तर ख़तरनाक रूप से बढ़ गया है। राज्य के कई इलाकों में पहाड़ी सड़कें अवरुद्ध हैं और दूरदराज के गाँव ज़रूरी आपूर्ति से कट गए हैं।

आईएमडी का येलो अलर्ट – आगे और बारिश होगी

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने हिमाचल प्रदेश के कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश, भूस्खलन और अचानक बाढ़ आने की चेतावनी दी है।

अधिकारियों ने लोगों और पर्यटकों को सलाह दी है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें, खासकर पहाड़ी इलाकों में क्योंकि अचानक भूस्खलन का खतरा बहुत ज़्यादा है।

हिमाचल प्रदेश में बचाव अभियान जारी

राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), स्थानीय पुलिस और सेना के जवान संवेदनशील इलाकों में तैनात हैं। बारिश के कारण बचाव अभियान में बाधा आने के बावजूद टीमें जीवित बचे लोगों की तलाश में दिन-रात काम कर रही हैं। विस्थापित परिवारों के लिए अस्थायी आश्रय स्थल बनाए गए हैं और भोजन, पानी और कंबल जैसी राहत सामग्री वितरित की जा रही है।

हिमाचल प्रदेश में बचाव अभियान जारी

कनेक्टिविटी प्रभावित, पर्यटक फंसे

भूस्खलन और सड़क अवरोधों के कारण मनाली और कसोल जैसे क्षेत्रों में कई पर्यटक फंसे हुए हैं। राज्य सरकार ने फंसे हुए लोगों के लिए हेल्पलाइन स्थापित की है और उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए बचाव दलों के साथ समन्वय कर रही है।

जनता से अपील

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जानमाल के नुकसान पर शोक व्यक्त किया है और लोगों से कहा है कि जब तक बहुत ज़रूरी न हो, वे घर के अंदर ही रहें। प्रशासन ने भारी बारिश के इस मौसम में नदियों या भूस्खलन वाले क्षेत्रों के पास जाने से भी मना किया है।

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