ईद के बाद श्रीनगर में भीषण गर्मी पड़ रही है और पारा 33.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है – जो इस साल के इस समय के लिए सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस अधिक है यह इस महीने श्रीनगर में देखा गया सबसे अधिक तापमान है और इसने कई लोगों को चौंका दिया है।
ईद के बाद बेमौसम गर्मी
मौसम विज्ञानियों ने पुष्टि की है कि यह एक बार की गड़बड़ी नहीं है – यह घाटी में आगे बढ़ने वाला एक व्यापक पैटर्न है। ईद के बाद आई इस तेजी ने मौसम विशेषज्ञों को भी चौंका दिया है।

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दैनिक जीवन पर प्रभाव
तापमान अप्रत्याशित रूप से बढ़ने के कारण श्रीनगर की सड़कें, सार्वजनिक स्थान और घर गर्मी महसूस कर रहे हैं। लोग अपनी दैनिक दिनचर्या में बदलाव कर रहे हैं – सुबह की सैर के लिए बाहर निकलना, ठंडे पेय पदार्थों का स्टॉक करना और धूप के चरम घंटों के दौरान छाया की तलाश करना।
आधिकारिक चेतावनियाँ और सलाह
हालाँकि अभी तक कोई हीटवेव अलर्ट जारी नहीं किया गया है, लेकिन मौसम केंद्र सलाह दे रहे हैं:
- प्यास न लगने पर भी खूब पानी पिएँ।
- तेज़ धूप के घंटों (सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक) के दौरान घर के अंदर रहें।
- टोपी, छाता, हल्के सूती कपड़े पहनें और सनस्क्रीन लगाएँ।
मिश्रित संकेत: गर्मी की लहर बनाम सामान्य राहत
सिर्फ एक सप्ताह पहले श्रीनगर में हल्की बारिश और तेज़ हवाओं के कारण तापमान गिरकर 22.4 डिग्री सेल्सियस पर आ गया था। लेकिन यह राहत ज़्यादा देर तक नहीं रही क्योंकि मौजूदा उछाल से आगे गर्मी के स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं।
यह क्यों मायने रखता है
जून की शुरुआत में कश्मीर में तापमान सामान्य रूप से हल्का होता है। इसलिए 33 डिग्री सेल्सियस से ज़्यादा तापमान पर पहुँचना न केवल असुविधाजनक है – इससे खेती, हरियाली बाधित होती है और बिजली आपूर्ति पर भी असर पड़ता है। इससे स्वास्थ्य संबंधी जोखिम भी पैदा होते हैं, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और बाहर काम करने वालों के लिए।
विशेषज्ञ सुझाव कॉर्नर
- हाइड्रेटेड रहें: पूरे दिन पानी, नींबू पानी या नारियल पानी पिएं।
- बाहर के कामों को कम करें: सुबह जल्दी या देर शाम को कामों को शेड्यूल करें।
- कूलिंग किट: स्प्रे बोतल, गीला तौलिया या छोटा पंखा साथ रखें।
- सामुदायिक चेतावनी: बुजुर्गों और बच्चों जैसे कमज़ोर पड़ोसियों पर नज़र रखें। बस इतना ही